Great Wall और SAIC समेत चीन के 45 निवेश प्रस्तावों को भारत की तरफ से मंजूरी देने की खबरों का खंडन किया गया है. कई मीडिया रिपोर्ट्स में सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इस तरह की खबरें गलत हैं. भारत सरकार ने किसी भी चीनी कंपनी के भारत में निवेश करने या किसी और प्रस्ताव को कोई मंजूरी नहीं दी है. सूत्रों के मुताबिक, 22 जनवरी को हुई एक मीटिंग में बस हॉन्ग कॉन्ग की तीन कंपनियों की हरी झंडी दी गई है. इन प्रस्तावों के लिए 5 फरवरी, 2021 को नॉटिफिकेशन जारी किया गया था. दरअसल, ऐसी खबरें आ रही थीं कि LAC पर खत्म हो रहे गतिरोध के साथ ही अब भारत चीन के 45 निवेश प्रस्तावों को भारत मंजूरी देने की तैयारी में है. बता दें कि सीमा पर तनाव के कारण दोनों देशों के बीच करीब 2 अरब डॉलर के 150 निवेश प्रस्ताव पाइपलाइन में अटके रहे.