पहले से ही नेतृत्व संकट को लेकर जूझ रही कांग्रेस के सामने ऐन चुनाव से पहले उत्तराखंड (Uttrakhand) में बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है. इस पहाड़ी राज्य के पूर्व CM हरीश रावत (Harish Rawat) ने ताबड़तोड़ कई ट्वीट्स करके प्रदेश का सियासी तापमान बढ़ा दिया है. राव ने अपने ट्वीट्स में कांग्रेस (Congress) नेतृत्व पर तो सवाल उठाए ही हैं साथ ही साथ कहा है कि अब विश्राम का समय आ गया है. हालांकि अपने अंतिम ट्वीट में उन्होंने ये भी कहा कि नया साल नया रास्ता दिखाएगा.
पूर्व CM ने अपने पहले ट्वीट में लिखा- है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है..
उसके बाद अपने दूसरे ट्वीट में रावत ने अपने तेवर और सख्त किए और लिखा- जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है'
तीसरे ट्वीट में उन्होंने नए समीकरणों के संकेत भी दिए और लिखा- फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है "न दैन्यं न पलायनम्" बड़ी उपापोह की स्थिति में हूं. नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे. मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे.
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