G-20 Summit: देश की राजधानी दिल्ली में 7 सितंबर से लेकर 10 सितंबर तक दुनियाभर के 25 सबसे ताकतबर नेताओं को जमावड़ा होने वाला है. भारत में दुनिया के सबसे शक्तिशाली नेता जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान इकट्ठा होने वाले हैं. भारत आने वाले नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से लेकर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल हैं.
ये नेता आएंगे दिल्ली
भारत आ रहे नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रो, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज, तुर्की के रेसेप तैयप एर्दोगन, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो शामिल हैं.
वहीं, आगामी शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जगह उनके विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव रूस का नेतृत्व करेंगे. इसी तरह से मैक्सिको के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वित्त मंत्री मंत्री रकेल ब्यूनरोस्त्रो सांचेज करेंगे.
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पहली बार मिली है भारत को जी-20 की मेजबानी
वित्तीय संकट के जवाब में बने जी-20 की साल 2008 से हो रही बैठकों के क्रम में मेजबानी का मौका भारत को पहली बार मिला है. जी-20 का ये 18वां शिखर सम्मेलन हैं और इसके लिए भारत में खास तैयारियां की जा रही हैं.
अहम है चीन के राष्ट्रपति का भारत आना
बता दें, कि जी-20 शिखर सम्मेलन में सभी की नजरें पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात पर होगी. दुनिया के ये दो शक्तिशाली नेता हाल में साउथ अफ्रीका में हुए BRICS देशों के सम्मेलन में मिले थे. जाहिर है कि भारत और चीन में सीमा को लेकर लंबे वक्त से गतिरोध चल रहा है और जी-20 समिट से ठीक पहले चीन ने एक विवादित नक्शा भी जारी कर दिया है.