कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा मामले में नया मोड़ आया है. हिंसा (Violence) फैलाने के आरोप में गिरफ्तार 60 से ज्यादा लोगों में से 6 लोग निर्दोष मिले हैं. जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया है.
जांच के लिए बनी थी कमेटी
बता दें कि हिंसा फैलाने के आरोप में जेल भेजे गए आरोपियों के बीच कुछ ऐसे केस सामने आए थे, जिनमें कुछ निर्दोष होने के दावा कर रहे थे. वहीं पुलिस की गिरफ्तारियों पर सवाल उठने के बाद ऐसे मामलों की जांच के लिए एक कमिटी बनाई गई थी, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों की मोबाइल लोकेशन, CCTV फुटेज और अन्य आधार पर कई मामलों की जांच की और 6 लोगों को बेकसूर पाया गया. जिसकी जानकारी पुलिस ने तय प्रक्रिया का पालन कर कोर्ट को दी.
शानू और शारिक हुए रिहा
जिन लोगों को रिहा किया गया है, उनमें शानू, शारिक अहमद, मोहम्मद आकिब, मोहम्मद सरताज, मोहम्मद नासिर और मोहम्मद सरफराज हैं. शानू और शारिक को बुधवार रात रिहा कर दिया गया. वहीं प्रक्रिया पूरी कर बाकी निर्दोषों को रिहा कर दिया जाएगा.
क्यों हुई थी कानपुर हिंसा ?
कानपुर में 3 जून को प्रदर्शनकारी नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के बयान के विरोध में बाजार बंद करा रहे थे. तभी कुछ लोगों ने इसका विरोध किया और इसी दौरान भीड़ उग्र हो गई और पथराव और आगजनी शुरू हो गई. पुलिस पर भी पथराव हुआ था.
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