Aditya L1 Mission: आदित्य-एल1 मिशन 2 सितंबर को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जा रहा है. आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में इसकी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इसका प्रक्षेपण पीएसएलवी द्वारा किया जा रहा है. सूर्य के अध्ययन के लिए ‘आदित्य एल-1’ को धरती से 15 लाख किलोमीटर दूर ‘लैग्रेंजियन-1’ बिंदु तक पहुंचने में 125 दिन लगेंगे. प्रक्षेपण के लिए शुक्रवार को 23.10 घंटे की उलटी गिनती शुरू हो गई
इससे पहले ISRO वैज्ञानिकों की एक टीम आदित्य-एल1 मिशन के लघु मॉडल के साथ तिरुमाला श्री वेंकटेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंची. पूजा अर्चना करने पहुंचे वैज्ञानिकों में इसरो चीफ एस सोमनाथ खुद भी शामिल थे. मंदिर पहुंचने पर इसरो चीफ को पंडितों ने तिलक लगाया.
गौरलतब है कि इससे पहले जब चंद्रयान को लॉन्च किया जा रहा था तब भी इसरो के वैज्ञानिकों ने मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की थी. इसे 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था और 23 अगस्त को चंद्रयान ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग की थी.
Aditya-L1 Mission: सूर्य मिशन पर उड़ान के लिए तैयार है भारत, मंदिर पहुंचे इसरो के वैज्ञानिक