Agnipath Scheme: भारत की तीनों सेनाओं द्वारा 'अग्निपथ' स्कीम ( Agnipath Scheme ) के ऐलान के साथ ही इस योजना की भारतीय सशस्त्र सेनाओं ( Indian Armed Forces ) में स्थायी कमीशन और शॉर्ट सर्विस कमीशन वाले रिक्रूटमेंट सिस्टम के साथ तुलना शुरू हो गई है. आइए जानते हैं कि सैन्य बलों में स्थायी कमीशन, शॉर्ट सर्विस कमीशन किस तरह से अग्निपथ स्कीम से अलग है?
परमानेंट कमीशन का मतलब है, रिटायरमेंट तक सशस्त्र बलों में करियर... वहीं, शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत, सेना 4 साल के विस्तार के विकल्प के साथ 10 साल की सेवा की अनुमति देती है. अग्निपथ योजना के तहत, अग्निवीर 4 साल तक सेवाएं देंगे.
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सेना में स्थायी कमीशन के लिए कैंडिडेट को नेशनल डिफेंस अकैडमी या इंडियन मिलिट्री अकैडमी में दाखिला लेना होता है. शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत सैनिक अपना कार्यकाल खत्म होने पर स्थायी कमीशन के लिए आवेदन कर सकते हैं. वहीं, अग्निवीर सैनिक भी 4 साल बाद नियमित कैडर में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकते हैं.
सेना में स्थायी कमीशन के लिए, ऐप्लिकेंट 11 वीं कक्षा के बाद एनडीए परीक्षा में बैठ सकते हैं. आईएमए में एंट्री के लिए 4 कैटिगरी हैं. शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में ट्रेनिंग होती है. अग्निपथ के लिए, ऐप्लिकेंट 10वीं या 12वीं पूरी करने के बाद आवेदन कर सकते हैं.
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इंडियन एयरफोर्स में स्थायी कमीशन के लिए, 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद आवेदन की इजाजत है. एयर फोर्स के फ्लाइंग ब्रांच में शॉर्ट सर्विस कमिशन के लिए, बिना विस्तार के 14 साल की सेवा की जरूरत होती है. अग्निपथ के लिए साढ़े 17 से 21 साल के ऐप्लिकेंट आवेदन कर सकते हैं.
एयरफोर्स के स्थायी कमीशन में शामिल होने के लिए, उम्मीदवारों के पास NDA, AFCAT, CDSE, NCC स्पेशल एंट्री, या Met एंट्री जैसे ऑप्शन हैं. ग्राउंड ड्यूटी में एयरफोर्स के शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए, 4 साल के विस्तार के विकल्प के साथ 10 साल उपलब्ध रहते हैं. इस बीच, अग्निपथ के तहत सेना में शामिल होने के लिए मेडिकल या फिटनेस मानदंड मौजूदा नियमों के अनुसार ही हैं.
स्थायी कमीशन के लिए, इंडियन नेवी को एक अधिकारी या एक सेलर के तौर पर जॉइन किया जा सकता है. नेवी के शॉर्ट सर्विस कमीशन के लिए 10 साल का कार्यकाल उपलब्ध है. इस बीच, अग्निपथ में सेवामुक्ति पर एकमुश्त मिलने वाली रकम है और नॉन कॉन्ट्रिब्यूटरी इंश्योरेंस है.
नौसेना में स्थायी कमीशन के लिए एनडीए, सीडीएस, UES या BTech के ऑप्शन हैं. नेवी में शॉर्ट सर्विस कमीशन को 4 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. अग्निपथ योजना में डेथ और डिसैबिलिटी अलाउंस भी शामिल है.
अग्निपथ योजना, सुरक्षाबलों और सरकार को कई फायदे भी देती है. इस स्कीम की घोषणा ऐसे समय की गई है, जब कोविड-19 महामारी की वजह से सेना में 2 साल से कोई भर्ती नहीं हुई है. ऐसे में अग्निपथ स्कीम नौकरी का मौका देगी.
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अग्निपथ स्कीम की वजह से सैन्यबलों में औसत आयु 32 से घटाकर 26 साल की जाएगी. जब सेना में 1 लाख खाली जगहें होंगी तो अग्निपथ एक बड़ा ऐप्लिकेंट पूल बन जाएगा. इससे सशस्त्र बलों के लिए सरकार के पेंशन बिल में भी कमी आने की उम्मीद है. इसके साथ ही, मूल प्रस्ताव के अनुसार, सरकार को एक सैनिक पर खर्च की गई लागत पर लगभग 11 करोड़ रुपये के बचत होने की संभावना है.