मोदी सरकार की अग्निपथ स्कीम (Agnipath Scheme) को लेकर देश के अलग-अलग में विरोध (Protest)और हंगामे के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सालाना समीक्षा (Review) का आश्वासन दिया है. राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि सरकार अग्निपथ सैन्य भर्ती योजना की सालाना समीक्षा करती रहेगी और अगर कोई कमी और चुनौतियां सामने आती हैं, तो उनका उचित समाधान करेगी.
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रक्षा मंत्री (Defence Minister) ने कहा कि लगभग दो साल के व्यापक विचार-विमर्श के बाद योजना को अंतिम रूप दिया गया और इस नए मॉडल को "परिवर्तनकारी" ( Transformative Model ) बताया गया है.
अग्निपथ स्कीम में क्या?
बता दें कि 14 जून को घोषित इस योजना में साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच के युवाओं को केवल चार साल के लिए भर्ती करने का प्रावधान है, जिसमें से 25 प्रतिशत को और 15 साल काम करने का मौका मिलेगा. फिलहाल 2022 के लिए भर्ती की ऊपरी आयुसीमा को 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दिया गया है.
योजना की घोषणा के साथ ही देश के कई हिस्सों में इसके खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए और आंदोलनकारियों ने इसे वापस लेने की मांग की क्योंकि नये मॉडल के तहत भर्ती 75 प्रतिशत युवकों के लिए नौकरी की गारंटी का प्रावधान नहीं है.