देश की सेवा करते हुए रविवार को शहीद हुए अग्निवीर अक्षय लक्ष्मण का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के पिंपलगांव लाया गया.
इस दौरान यहां सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अक्षय लक्ष्मण की आंतिम विदाई देने पहुंचे. बता दें कि वह कर्तव्य निभाते हुए शहीद होने वाले पहले अग्निवीर थे.
लक्ष्मण सियाचिन में ड्यूटी पर तैनात थे. हालांकि यहां के जटिल मौसम के कारण उनके निधन की वजह साफ नहीं हो पाई है.
उधर, भारतीय सेना ने कहा कि परिवार को अन्य मौद्रिक लाभों के अलावा ₹48 लाख का गैर-अंशदायी बीमा और ₹44 लाख की अनुग्रह राशि मुआवजे के तौर मिलेगी.