ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM chief Asaduddin Owaisi ) बुधवार रात दिल्ली के जहांगीरपुरी ( Jahangirpuri ) इलाके पहुंचे. जहांगीरपुरी में शनिवार शाम हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हिंसा भड़क उठी थी. दो समुदायों के बीच पथराव, आगजनी और गोलीबारी की घटना में आठ पुलिसकर्मियों के अलावा एक स्थानीय नागरिक घायल हो गया था.
जहांगीरपुरी पहुंचे ओवैसी ने कहा कि अगर पुलिस ने अनुमति नहीं दी तो ये यात्रा कैसे हुई? लोगों के पास हथियार कैसे थे? अगर उन्होंने (पुलिस ने) उन्हें रोक दिया होता और हथियार जब्त कर लिए होते, तो हमें यह दिन नहीं देखना पड़ता. जहांगीरपुरी पहुंचने से पहले Asaduddin Owaisi ने कहा- मैं आभारी हूं कि सुप्रीम कोर्ट ने इस पर संज्ञान लिया और तत्काल रोक लगा दी, लेकिन वे फिर भी नहीं रुके. जहांगीरपुरी में अतिक्रमण विरोधी अभियान ( anti-encroachment drive ) पर ओवैसी ने कहा कि ये लोग जनता को बांग्लादेशी और रोहिंग्या कह रहे हैं? वे भारतीय हैं.
बता दें कि हिंसा के बाद बुधवार सुबह उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया था. बुलडोजर ने जहांगीरपुरी में जबरन अतिक्रमण कर बनाए गए निर्माण को ध्वस्त किया. हालांकि, इस कार्रवाई के बीच में ही सुप्रीम कोर्ट ने इसपर रोक लगा दी थी. न्यायालय ने कथित तौर पर दंगों के मुस्लिम आरोपियों के मकानों को तोड़े जाने संबंधी जमीयत उलमा-ए-हिंद की याचिका पर संज्ञान लेने के बाद यह आदेश दिया था.