AK-203 Assault Rifles: रक्षा क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत से चीन और पाकिस्तान (China and Pakistan) पहले से ही घबराए हुए हैं. इस बीच रूस ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है. खबर है कि इस साल के अंत से कलाश्निकोव AK-203 असॉल्ट राइफल्स का भारत में उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा. रूस और भारत के संयुक्त वेंचर रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (rosoboronexport) ने इस बात की जानकारी दी है. रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के प्रमुख अलेक्जेंडर मिखेव (Alexander Mikheev) ने कहा कि हम भारत में रूसी असॉल्ट राइफलों के प्रोडक्शन के 100 फीसदी स्थानीयकरण की योजना बना रहे हैं.
बता दें उत्तर प्रदेश में अमेठी जिले के कोरवा ओर्डेनेंस फैक्ट्री (Korwa Ordnance Factory in Amethi) में इस हथियार का निर्माण किया जाएगा. कोरवा आयुध कारखाने में रूसी मूल की कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल के निर्माण के लिए भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना 2019 में की गई थी. मालूम हो कि रक्षा क्षेत्र में रूस और भारत का पुराना रिश्ता है. AK-203 असॉल्ट राइफल्स की डील को लेकर काफी समय से चर्चा थी. कहा जा रहा है कि DRDO की ओर निर्मित भारत की इंसास राइफल को AK-203 से ही रिप्लेस किया जा रहा है.
अमेठी में अगले 10 सालों में 6.01 लाख राइफल बनाए जाएंगे. इससे पहले रूस से 70 हजार से 1 लाख राइफल्स, उसके हिस्से और तकनीक भारत लाई जाएगी.
- कलाश्निकोव असॉल्ट राइफल का लेटेस्ट वर्जन
- इस सीरीज में AK-47 पहली राइफल थी
- रेंज 800 मीटर तक और मैगजीन 30 राउंड
- ऑटोमैटिक और सेमी-ऑटोमैटिक दोनों तरीके से इस्तेमाल
- 600 बुलेट प्रति मिनट के हिसाब से फायर
- AK 203 का बिना मैगजीन वजन 3.8 kg