ओम बिड़ला के निचले सदन के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुने जाने के तुरंत बाद, अखिलेश यादव ने बुधवार को 18वीं लोकसभा में अपना पहला भाषण दिया.उनके संक्षिप्त संबोधन पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आईं - एक अध्यक्ष की ओर से और दूसरी उनकी पत्नी और साथी सांसद डिंपल यादव की ओर से.
यादव ने बिड़ला पर कई व्यंग्य किए और नई लोकसभा के गठन के समय उनसे ''निष्पक्ष'' रहने का आग्रह किया. अखिलेश ने कहा कि "हम उम्मीद करते हैं कि किसी भी जन प्रतिनिधि की आवाज को दबाया नहीं जाएगा और न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई दोबारा होगी. आपका नियंत्रण विपक्ष पर है लेकिन सत्ता पक्ष पर भी होना चाहिए. उन्होंने कहा 'सदन आपके इशारों पर चलना चाहिए न कि इसके विपरीत' जब अखिलेश अपने भाषण के दौरान रुक-रुक कर आलोचना कर रहे थे तो ओम बिड़ला को व्यापक मुस्कान के साथ देखा जा सकता था.
जैसे ही समाजवादी पार्टी प्रमुख ने अपनी टिप्पणी दी, पृष्ठभूमि में डिंपल को मुस्कुराते हुए देखा जा सकता था। वह कन्नौज सांसद से ठीक एक पंक्ति पीछे बैठी थीं.सोशल मीडिया ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया व्यक्त की और दोनों सपा नेताओं को "युगल लक्ष्य" करार दे दिया.