Amogh Lila Das: इस्कॉन ने रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर अमोघ लीला दास (Amogh Lila Das) पर एक महीने का प्रतिबंध लगा दिया है. ISKCON की तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी कर यह बताया गया कि संत अमोघ लीला दास ने अपनी गलती स्वीकार ली है. और वो प्रायश्चित के लिए गोवर्धन पर्वत पर एक माह के एकांतवास पर चले गए हैं.
अपने एक प्रवचन के दौरान अमोघ लीला दास ने स्वामी विवेकानंद द्वारा मछली खाए जाने पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने कहा था कि नेक आदमी कभी भी ऐसी किसी चीज का सेवन नहीं करेगा जो किसी जानवर को नुकसान पहुंचाती हो. उन्होंने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा था, ‘क्या कोई सदाचारी आदमी कभी मछली खाएगा? एक मछली को भी दर्द होता है ना. तो फिर क्या कोई धर्मात्मा व्यक्ति मछली खायेगा?.’ उन्होने अपने प्रवचन में रामकृष्ण परमहंस और स्वामी विवेकानंद पर भी टिप्पणी की थी.
अमोघ लीला दास का जन्म 1 जुलाई 1980 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ था. अमोघ लीला दास का असली नाम आशीष अरोड़ा है. अमोघ लीला दास सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, उन्होंने करीब 10 वर्षों तक नौकरी की. इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और ब्रह्मचारी बनने के लिए द्वारका चले गए.
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इसके बाद वह इस्कॉन में ही रहने लगे. वह आध्यात्म गुरु, इस्कॉन मंदिर द्वारका (दिल्ली) के उपाध्यक्ष और मोटिवेशनल स्पीकर हैं. उनके मोटिवेशनल और भक्ति वीडियोज अक्सर वायरल होते रहते हैं. सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोवर्स हैं