Arunachal Pradesh: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के कई स्थानों का नाम बदलने के मुद्दे पर कहा है कि इससे कुछ नहीं होता. उन्होने कहा कि, "हमने ठीक ही इसे नासमझी बताया है. ऐसा बार-बार दोहराना भी नासमझी है. मैं बिल्कुल स्पष्ट करना चाहता हूं कि अरुणाचल प्रदेश भारत का था, है और हमेशा रहेगा. मैं इसे इतनी स्पष्टता के साथ कह रहा हूं कि सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि देश के बाहर भी लोगों को ये संदेश बहुत स्पष्ट तौर पर मिले"
उन्होने अरब सागर में शिप पर हो रहे आक्रमण के मुद्दे पर कहा कि "ये एक गुजरात की दिक्कत नहीं है वो पूरे देश या दुनिया का दिक्कत है. जयशंकर के मुताबिक लाल सागर में दो चीजें हो रही है कुछ ताकतें मिसाइल के माध्यम से शिप पर अटैक कर रहे हैं वहीं सोमालिया जैसे कई देशों के लूटेरे शिप पर हमले कर रहे हैं. अटैक जो होते हैं उसमें रूट बदल जाते हैं शिफ्टिंग कॉस्ट बदल जाता है. इसके अलावा भारत के काफी लोग शिप बिजनेस में हैं. हमारे नागरिक शिप में होते हैं, कोई भी शिप पर जो हमले होते हैं उसमें हमारे नागरिक होते हैं उनकी सुरक्षा के लिए भी हम चिंतित हैं. पिछले तीन महीने से हमारे जहाज पेट्रोलिंग कर रहे हैं कोई शिप अगर खतरे में हो तो उन तक कैसे पहुंचे?
फिलीपिंस के राष्ट्रपति का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि उन्होने अपहरण के बाद छुड़ाए गये शिप को लेकर आभार जताया. दरअसल फिलीपिंस के बाद हमारे लोग दुनियाभर में सबसे ज्यादा शिप पर हैं. उन्हें बचाने के लिए हर लाल सागर तक सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं. उन्होने कहा कि विकसित भारत के लिए हम वचनबद्ध हैं और हम ये भी ध्यान रख रहे हैं कि बाकी देशों के साथ मिलकर कैसे काम कर सकते हैं ?