कोरोना के मामले और होने वाली मौतों को देखते हुए चुनाव आयोग ने राजनीतिक रैलियों पर लगी पाबंदी नहीं हटाई है. यानी रैली का आयोजन नहीं हो सकेगा. लेकिन चुनाव प्रचार पर लगी रोक में कुछ ढिलाई जरूर दी गई है. अब राजनीतिक दलों को एक हजार लोगों के साथ चुनावी सभा करने की इजाजत दी गई है.
इसके अलावा अब डोर टू डोर कैंपेन में भी पहले से ज्यादा लोग शामिल हो सकेंगे. चुनाव आयोग ने सोमवार को यह फैसला लिया है.
चुनाव आयोग का फैसला
अब 500 की जगह 1000 लोगों के साथ हो सकती है सभा
डोर टू डोर कैंपेन में 10 की जगह 20 लोग आ सकते हैं साथ
इनडोर बैठक में 300 की जगह 500 लोग हो सकते हैं शामिल
आयोग ने पिछली बैठक में प्रथम और दूसरे चरण के चुनाव के लिए रैली की इजाजत दी थी, लेकिन 500 की संख्या सीमित की थी.
बता दें, कोविड संकट की वजह से चुनाव आयोग ने 31 जनवरी तक जनसभाओं और रैलियों पर रोक लगाई थी.