माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या (Atiq and Ashraf Ahmed) के आरोपियों लवलेश, सनी और अरुण (Lovelesh, Sunny and Arun) से पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है...पूछताछ में क्या सामने आया इसकी आधिकारिक पुष्टि तो नहीं हुई है लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक तीनों आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्हें दिल्ली के जितेंद्र गोगी गिरोह (Jitendra Gogi gang) के संपर्क से हथियार मिले थे. कानपुर का बाबर भी इसी गैंग से जुड़ा था.
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उत्तर प्रदेश पुलिस इन लोगों के दावों को क्रॉस वेरिफाई भी कर रही है. पूछताछ में ये भी सामने आया है कि गोगी गिरोह से संपर्क की वजह से ही तीनों को एनसीआर इलाके के चैनल की आईडी, बड़ा कैमरा और आई कार्ड मिला था. लिस के सामने इन लोगों ने यह भी कबूला था कि तीनों लारेंस विश्नोई के जैसा बनना चाहते थे. लवलेश ने जहां खुद को कट्टर हिंदूवादी बताया तो वहीं शूटर सनी सिंह ने दोहराया कि मेरा कोई आका नहीं, मैं खुद एक डॉन हूं. अरुण ने कबूला कि पानीपत के एक दोस्त ने असलहा दिया था.