माफिया डॉन से राजनेता बने अतीक अहमद (AtiqAhmed) और उसके भाई अशऱफ अहमद (ashraf ahmed) की सरेआम हत्या कर दी गई...दोनों की हत्या अतीक के बेटे असद अहमद के अंतिम संस्कार से ठीक पहले हुई...हत्याकांड ने सभी चौंका दिया है...कुछ समय पहले अतीक अहमद को पुलिस ने उमेश पाल मर्डर केस (umesh pal murder case) में गिरफ्तार किया था. उसे इस केस में मुख्य आरोपी बनाया गया था. इसके बाद से अतीक अहमद जेल में था और उसका आधा परिवार जेल में तो आधा फरार चल रहा था.लेकिन ऐसे में ये जानना दिलचस्प हो जाता है कि अतीक अहमद ने आखिरकार किस तरह से डर का साम्राज्य कायम किया था.
दरअसल अतीक के गुनाहों की लिस्ट काफी लंबी है. वो माफिया होने के साथ एक गैंग लीडर, हिस्ट्रीशीटर, बाहुबली, दबंग और आतंक का दूसरा नाम कहा जाता था. आइए जानते हैं उसके गुनाहों का सफर
अतीक की क्राइम कुंडली
10 अगस्त 1962 को प्रयागराज में हुआ था अतीक का जन्म
यूपी में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज होने वाला पहला शख्स
साल 1979 में पहली बार अतीक अहमद पर मामला दर्ज हुआ था
अतीक अहमद पर 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे
अवैध जमीन पर कब्जा करने और फिर वैध बनाने में महारत
अतीक के दो नाबालिग बेटे जेल में है, पत्नी शाइस्ता फरार
हाईकोर्ट के दस जजों ने उसके मुकदमों की सुनवाई से खुद को अलग किया
पांच बार विधायक रहा और 14 वीं लोकसभा के लिए सांसद रहा
अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए अतीक ने सियासत को कवच के तौर पर इस्तेमाल किया और अपराध व राजनीति के दम पर करोड़ों नहीं बल्कि अरबों का आर्थिक साम्राज्य खड़ा कर लिया. अतीक को गुनाहों की दुनिया इतनी पसंद आ गई थी कि उसने अब पूरे परिवार को इसमें शामिल कर लिया है. वह खुद गुजरात की साबरमती जेल में बंद था तो छोटा भाई अशरफ यूपी की बरेली जेल में. बड़ा बेटा उमर लखनऊ जेल में कैद है तो दूसरा बेटा अली अहमद प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में. तीसरे बेटे असद को पुलिस ने उमेश पाल शूटआउट केस में एनकाउंटर में ढेर कर दिया. इसके अलावा उसके दो बेटे एहजम और आबान नाम के दो नाबालिग बेटे बाल संरक्षण गृह में हैं.
25 जनवरी साल 2005 को प्रयागराज में राजू पाल की हत्या के बाद से उसके साम्राज्य का पतन शुरू हुआ...इसके बाद से अतीक कोई चुनाव नहीं जीत पाया. अलग-अलग सरकारों के कार्यकाल में हुई कार्रवाई में अतीक के करीब 1200 करोड़ की काली कमाई पर प्रशासन का हथौड़ा चला है...लेकिन अब ये सच्चाई है कि प्रयागराज जैसे मशहूर शहर के मुंह पर कालिख पोतने वाला अतीक मिट्टी में मिल चुका है.