PM Vishwakarma Yojna: आप अगर कारीगर और शिल्पकार हैं, तो केंद्र सरकार ये स्कीम आपके बड़े काम की है. इसकी मदद से आप अपने छोटे व्यापार को बढ़ा सकते हैं. इसके लिए सरकार आपको पैसे देगी. इसमें आपको नए स्किल्स, टूल्स, मार्केट सपोर्ट के साथ ही 3 लाख रुपये तक का लोन भी मिलेगा. ग्रामीण और शहरी इलाकों में रहने वाले लोग इसका लाभ ले सकते हैं.
'बात आपके काम की' में हम आपको 'प्रधानमंत्री विश्वकर्मा' (PM Vishwakarma Yojna) योजना के बारे में बता रहे हैं. केंद्र सरकार ने लाखों कामगारों के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत 17 सितंबर से की है...आईये, जानते हैं, ये योजना है क्या है, स्कीम के लिए अप्लाई करने का क्या तरीका है और इसका लाभ किसे मिलेगा?
शिल्पकारों और कारीगरों को विकास की मुख्यधारा के साथ जोड़ने के लिए केंद्र सरकार ने इस योजना को लॉन्च किया है. योजना के अंतर्गत सरकार लाभार्थियों को काम सिखाने के लिए ट्रेनिंग और आर्थिक मदद भी देगी, जिससे वो अपने काम को बढ़ा सकेंगे.
इस योजना के लिए लोहार, ताला बनाने वाले, कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार से लेकर धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, डलिया, चटाई और झाड़ू बनाने वाले लोग आवेदन कर सकते हैं.
बता दें कि योजना के तहत सभी प्रकार की ट्रेनिंग का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी. इसका मतलब आपको पैसे नहीं देने होंगे. योजना के जरिए राज्य के सभी परम्परागत मजदूरों के विकास और स्वरोजगार को भी बढ़ावा देना है.
खास बात ये है कि लाभार्थियों को विश्वकर्मा योजना के तहत सर्टिफिक्ट, आईडी, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग से जुड़े स्किल अपग्रेडेशन भी दी जाएगी.