संदेशखाली का दौरा कर रहे फैक्ट फाइंडिंग समिति के सदस्यों को दक्षिण 24 परगना के भोजेरहाट में रोके जाने का मामला सामने आया है. खबर है कि रविवार को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली पहुंची फैक्ट फाइंडिंग टीम को बंगाल पुलिस ने बाहर ही रोक दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगाल पुलिस की कार्रवाई और रोके जाने से नाराज फैक्ट फाइंडिंग समिति के सदस्य धरने पर बैठ गए और इस कार्रवाई को गलत बताया.
वहीं पश्चिम बंगाल पुलिस ने उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखालि इलाके में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेता शिवप्रसाद हाजरा की कुक्कुट फर्मों को जलाने में कथित संलिप्तता के लिए रविवार को इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) नेता आयशा बीबी को गिरफ्तार कर लिया.
बताया गया कि पुलिस ने वहां तोड़फोड़ में कथित संलिप्तता के लिए कुछ ग्रामीणों को भी हिरासत में लिया. पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, "हमें संदेशखालि में एक आंदोलन के दौरान एक संपत्ति को जलाने में उनकी संलिप्तता का पता चला है। उन्होंने कानून-व्यवस्था अपने हाथ में ली है जिसकी अनुमति नहीं है। हम ऐसी संलिप्तता के लिए कानूनी प्रावधानों का पालन कर रहे हैं."
हालांकि हिरासत में लिए गए ग्रामीणों की संख्या नहीं बताई. कोलकाता से लगभग 100 किलोमीटर दूर सुंदरबन की सीमा पर स्थित संदेशखालि में जमीन हड़पने और यौन शोषण के आरोपों में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के खिलाफ एक महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। शाहजहां शेख फिलहाल फरार हैं.
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