भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह कोई आज का हमला नहीं है. वंचितों पर हमला तो सदियों से होता आ रहा है. वंचितों पर इस तरह के हमलों में उनकी जान गई है.
आज कानून का राज है, जब मेरे जैसे व्यक्ति के साथ ऐसा हो रहा है तो आम वंचितों के साथ क्या होता होगा. आप इसी से समझ सकते हैं कि उत्तर प्रदेश में क्या कानून व्यवस्था है. यह सत्ता के संरक्षण के बिना संभव नहीं है. मैं जिंदगी और मौत जूझ रहा था.
घटना के 24 घंटे से ज्यादा बीत गए, लेकिन अपराधी अब भी फरार हैं. आपको बता दें कि बुधवार शाम देवबंद में चंद्रशेखर के ऊपर अज्ञात हमलावरों ने फायरिंग की थी. जिसमें एक गोली उनके कमर को छूते हुए निकल गई. बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
चंद्रशेखर आजाद ने पुलिस का कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अबतक आरोपी क्यों गिरफ्तार नहीं किए गए हैं. गाड़ी भी इसलिए बरामद हो गई, क्योंकि गांव वालों ने इसकी सूचना दी. खुद को वंचितों का बेटा बताते हुए उन्होंने कहा कि मुझे कुछ हो भी जाए तो किसी को फर्क नहीं पड़ता.
यह कोई कमिश्नर साहब से जुड़ा मामला नहीं है, जो 4-5 घंटे में कुत्ता बरामद हो जाए.
उन्होंने आरोप लगाया कि इस हमले पर मुख्यमंत्री का कुछ न बोलना यह स्पष्ट करता है कि वह अपराधी को संरक्षण दे रहे हैं और उनके संरक्षण में अपराधी पल रहे हैं. इसमें सरकार की बड़ी लापरवाही है. यह कानून व्यवस्था और कानून के प्रति लोगों के विश्वास के लिए बड़ा खतरनाक है.