बीजेपी (BJP) ने योगी सरकार में मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी (Bhupendra Singh Chaudhary) को यूपी (Uttar Pradesh) का नया प्रदेश अध्यक्ष (BJP UP president) बनाया है. इसे बीजेपी की 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok sabha Election) के लिए बनाई जा रही रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है. चौधरी ने बुधवार को दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) से मुलाकात की थी. पार्टी ने सूबे में क्षेत्रीय और जातीय दोनों ही संतुलन बनाने के लिए ये बड़ा दांव खेला है. वो पार्टी के ओबीसी (OBC) नेता स्वतंत्र देव सिंह की जगह लेंगे.
आइए जानतें हैं कि पार्टी ने उन पर दांव लगाने का फैसला आखिर क्यों लिया?
भूपेंद्र सिंह पश्चिमी यूपी से आते हैं और उनकी पहचान जाट नेता के तौर पर है.
चौधरी यूपी विधानपरिषद के सदस्य हैं.
योगी सरकार में वो पंचायती राज मंत्री हैं.
भूपेंद्र सिंह RSS के पुराने स्वंयसेवक हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ का उन्हें करीबी माना जाता है.
भूपेंद्र सिंह ने क्षेत्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई
भूपेंद्र सिंह 1999 में सपा के संस्थापक मुलायम सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं.
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आइए अब जानते हैं कि उन्हें यूपी बीजेपी का चीफ क्यों बनाया गया है?
पार्टी ने पश्चिमी यूपी में मजबूत पकड़ रखने का तोहफा उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाकर दिया है. किसान आंदोलन के बावजूद बीजेपी को विधानसभा चुनाव 2022 में शानदार जीत मिली थी. उनकी नियुक्ति 2024 के लोकसभा चुनाव में जाट वोटों को मजबूत करने के लिए की गई है. योगी आदित्यनाथ पूर्वांचल से आते हैं ऐसे में पार्टी ने भूपेंद्र चौधरी के जरिए जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने की कोशिश की है.
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