बिहार (Bihar) में बीते 16 अगस्त को जब मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ तो नई नीतीश सरकार (Nitish cabinet) के मंत्रियों के दामन पर लगे दाग पूरे देश में सुर्खियां बटोरने लगे. बीजेपी के सारे बड़े नेता खर्चा-पानी लेकर नीतीश-तेजस्वी (nitish-tejaswi) की सरकार पर चढ़ बैठे हैं...खासकर कानून मंत्री कार्तिकेय शर्मा (Kartikeya Sharma) को लेकर जिन्हें 16 अगस्त को ही अपहरण के एक मामले में सरेंडर करना था लेकिन वे मंत्री पद की शपथ लेने राजभवन पहुंच गए. इस हो-हल्ले से ऐसा लगता है कि बिहार में नई सरकार अपराधियों की ही सरकार बन गई है...लेकिन क्या हकीकत में ऐसा है?
दरअसल बिहार में बीजेपी-JDU गठबंधन सरकार की बात हो या फिर महागठबंधन (Mahagathbandhan) सरकार की...दोनों में ही दागी मंत्री दुलारे रहे हैं. आंकड़ों के आइने में देखें तो महागठबंधन सरकार में 72 फीसदी मंत्री दागी हैं और NDA सरकार में 64 फीसदी दागी थे. हालांकि जो बीजेपी अभी इतना शोर मचा रही है खुद उसके ही 79% मंत्री दागी थे. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (Association for Democratic Reform) के आंकड़ों से इसका पता चलता है.
NDA सरकार में दागी मंत्री
9 फरवरी 2021 को हुआ कैबिनेट विस्तार
BJP कोटे से 14 विधायक मंत्री बने थे
14 में से 11 के खिलाफ आपराधिक मामले
फीसदी में बात करें तो ये 79% बैठता है
14 में 8 यानी 57% के खिलाफ गंभीर अपराध के मामले
JDU के 11 में से 4 यानी 36 % पर आपराधिक मामले थे
इन आंकड़ों से साफ नीतीश सरकार में तब भी दागियों की भरमार थी, ज्यादा या कम इसका आंकलन आप करिए. अब बात मौजूदा महागठबंधन सरकार की.
महागठंबधन सरकार में दागी मंत्री
16 अगस्त 2022 को हुआ कैबिनेट विस्तार
31 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली
RJD के 16, JDU के 11, कांग्रेस के 2 मंत्री
HUM से एक और एक निर्दलीय ने ली शपथ
RJD के 17 मंत्रियों में से 15 यानी 88% पर आपराधिक मामले
17 में से 11 यानी 65% पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज
कांग्रेस के 2 मंत्रियों पर भी आपराधिक मामले दर्ज हैं
HUM के एक ही मंत्री हैं और उन पर गंभीर आपराधिक केस हैं
वैसे एक कहावत है कि जिनके घर शीशे के होते हैं, वो दूसरों के घर पर पत्थर नहीं मारते. दागियों के मुद्दे पर बिहार की सियासत में सभी सियासी दलों (Political parties) की स्थिति ऐसी ही है. गुरुवार यानी 18 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने एक पुराने मामले में पुलिस को BJP के बड़े नेता शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) के खिलाफ रेप समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने पुलिस को इस मामले में 3 महीने में जांच पूरी करने को कहा है. उन पर साल 2018 में एक महिला ने दिल्ली के छतरपुर स्थित एक फॉर्म हाउस में रेप करने का आरोप लगाया था. यहां हम आपको सिर्फ ये याद दिला दें कि शाहनवाज हुसैन नीतीश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. सौ बात की एक बात ये है कि बिहार में दाग अच्छे हैं.