Biporjoy Cyclone: अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर IMD ने तटीय क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं, केंद्रीय मंत्रियों ने चक्रवात बिपरजॉय (Biparjoy) की तैयारियों की समीक्षा की.
बताया गया कि पीएम मोदी ने भी संबंधित अधिकारियों और मंत्रियों से व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उन्हें अलर्ट मोड (Alert Mode) पर रहने के निर्देश दिए.
बिपरजॉय' के 15 जून की शाम तक गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरने की आशंका है, जिसके मद्देनजर यहां पहले ही मछुआरों को तट पर जाने से रोक दिया गया है.
उधर, द्वारका जिले में 400 से अधिक शेल्टर होम्स में लोगों को सुरक्षित पहुंचाया गया है. वहीं गुजरात के जाफराबाद में सियालबेट के ग्रामीणों को अमरेली पुलिस ने सब्जी और दूध समेत जरूरी सामान पहुंचाया.
वहीं, चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ के पाकिस्तान पहुंचने की आशंका के बीच तटीय कस्बों तथा छोटे द्वीपों में रहने वाले हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं. तेज हवाओं, बारिश और ऊंची लहरों ने चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के आगमन की आहट दे दी है.‘बिपारजॉय’ का अर्थ बंगाली भाषा में आपदा है.
इसे ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ की कैटेगरी में रखा गया है. इसके 140 से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की तेज हवाओं के साथ यहां पहुंचने के आसार हैं. हवाओं की रफ्तार बढ़कर 170 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती हैं.
अनुमान जताया जा रहा है कि चक्रवात के उत्तर की ओर बढ़ते रहने के बाद फिर पूर्व की ओर मुड़ने तथा थट्टा जिले के केटी बंदर और भारत के गुजरात तट के बीच पहुंचने के आसार हैं.
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार थट्टा, बदीन, सजवल, थारपारकर, कराची, मीरपुर खास, उमरकोट, हैदराबाद, ओरमारा,टांडा अल्लाहया और टांडो मोहम्मद खान में इसका असर दिख सकता है. सरकारी स्कूलों और कॉलेजों सहित विभिन्न स्थलों पर 37 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं.