दिल्ली के गाजीपुर बार्डर (Ghazipur Border) पर फूल मंडी से बरामद आईईडी मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है. अलकायदा (Al Qaeda) से जुड़े आतंकी संगठन मुजाहिद्दीन गजवात हिंद (MGH) ने इस IED को प्लांट करने की जिम्मेदारी ली है.
आतंकी संगठन ने टेलीग्राम पर धमकी देते हुए कहा की हमारे ही मुजाहिद भाइयों ने 14 जनवरी को धमाके के लिए दिल्ली के गाजीपुर में IED प्लांट किया था, जो किसी टेक्निकल वजहों से वक्त पर नहीं फटा लेकिन अगली बार ऐसा नहीं होगा. हम और तैयारी के साथ धमाका करेंगे, जिसकी गूंज पूरे भारत में सुनाई देगी.
दरअसल RDX का इस्तेमाल IED में मुख्य विस्फोटक के रूप में किया गया था, लेकिन सर्किट में गड़बड़ के कारण यह नहीं फटा. यह IED बेहद शक्तिशाली था. इसमें टाइमर के साथ ही अमोनियम नाइट्रेट और RDX भी थे.
भारतीय खुफिया सूत्रों ने सोमवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि बड़े धमाके की तैयारी थी. लेकिन एक गड़बड़ी ने इसे फटने से बचा लिया और दर्जनों लोगों की जान बच गई.
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आतंकवाद निरोधक कमांडो बल ने 14 जनवरी को गाजीपुर में करीब तीन किलो के IED को निष्क्रिय कर दिया था, जिसे लोहे के बक्से में रखा गया था और काले बैग में छिपाया गया था.