Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ ही विक्रम और प्रज्ञान की जोड़ी ने अपना काम शुरू कर दिया है. प्रज्ञान की चहलकदमी के साथ ही चांद से आनेवाली तस्वीरें लोगों में कोतुहल पैदा कर रही है. ये विक्रम और प्रज्ञान की जोड़ी कई काम करेंगे.
ये जोड़ी चांद की सतह पर सूरज से आने वाली किरणों की मात्रा, घनत्व और बदलाव की जांच करेगा. चांद के सतह की गर्मी और तापमान की जांच की जाएगी. चांद के डायनेमिक्स को समझने की कोशिश करेगा. चांद की सतह पर मौजूद केमिकल्स यानी रसायनों की मात्रा और गुणवत्ता की स्टडी और खनिजों की खोज करेगा
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चांद पर 1 दिन 14 दिनों के बराबर होती है. इसलिए चंद्रयान-3 यहां एक दिन ही काम करेगा. दरअसल 14 दिन जब चांद पर सूर्य की रोशनी आएगी और उसके बाद 14 दिन तक रात रहती है. 23 अगस्त से 5 सितंबर तक दक्षिणी ध्रुव पर धूप निकलेगी, जिसकी मदद से चंद्रयान का चार्ज हो सकेगा और मिशन का अंजाम देगा.