चंद्रयान-3 की चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग के बाद से ही लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर लगातार तस्वीरें जारी कर रहा है. इस बीच एक और नई तस्वीर सामने आई है. लैंडर का ये फोटो डुअल-फ्रीक्वेंसी सिंथेटिक एपर्चर रडार से लिया गया है. इसरो ने एक्स (X) पर तस्वीर जारी की है.
अंतरिक्ष एजेंसी ने अपने बयान में जानकारी दी कि डीएफएसएआर चंद्रयान-2 ऑर्बिटर पर लगा एक प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण है. यह एल और एस बैंड्स में माइक्रोवेव का इस्तेमाल करता है. यह अत्याधुनिक उपकरण वर्तमान में किसी भी ग्रह मिशन पर सबसे अच्छा रिजॉल्यूशन पोलारिमेट्रिक तस्वीरों की पेशकश करता है. DFSR पिछले चार वर्षों से चांद की सतह से उच्च गुणवत्ता वाले डेटा को प्रसारित कर रहा है.
23 अगस्त को चंद्रयान-3 ने की थी सफल लैंडिंग
बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से 14 जुलाई को लॉन्च किया गया था. इसके बाद चंद्रयान-3 ने कई प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की थी.
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश है. हालांकि, इससे पहले अमेरिका, चीन, सोवियत संघ (रूस) ने चंद्रमा के अलग-अलग हिस्सों पर सफल लैंडिग की थी. विक्रम लैंडर 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर उतरा था.