भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने शुक्रवार को गुवाहाटी हाई कोर्ट (Guwahati High Court) के प्लेटिनम जुबली समारोह (platinum jubilee celebrations) में कहा कि न्यायपालिका (Judiciary) और कार्यपालिका के बीच सार्वजनिक दिखावे की जगह विचार-विमर्श और संवाद की आवश्यकता है. अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा - जजों और नागरिकों के लिए संवैधानिक शक्ति संविधान की प्रस्तावना के मूल्यों- बंधुत्व, गरिमा और समानता, में दिखाई देती है.
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सीजेआई ने कहा कि न्यायपालिका की भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि कानून और प्रशासन न्याय को बनाए रखें, नाकि इसे विफल करें. उन्होंने कहा - कानून सभी के हितों की रक्षा करे ये जरूरी है.