मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY. Chandrachud) ) ने केंद्र सरकार (Centre govt) को फटकार लगाते हुए कहा कि अगर दिल्ली में प्रशासन (Administration) केंद्र के इशारों पर ही चलाया जाना है तो चुनी हुई सरकार होने का क्या मतलब है. CJI ने दिल्ली सरकार और केंद्र के बीच एक विवाद की सुनवाई के दौरान ये टिप्पणी की जिसकी अध्यक्षता वो खुद कर रहे थे.
इस मामले की सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (Tushar Mehta) ने कहा था कि केंद्र के पास ये कहने का अधिकार होना चाहिए कि किसे नियुक्त किया जाएगा और कौन किस विभाग का मुखिया होगा. तुषार मेहता की दलील पर CJI बोले कि इस स्थिति में दिल्ली में चुनी हुई सरकार होने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा अगर पूरा कंट्रोल केंद्र सरकार के ही पास रहे.