ये बेहद भड़काऊ, संविधान विरोधी, देश विरोधी, समाज विरोधी और धर्म विरोधी बयान हरिद्वार में हुए 'धर्म संसद' में दिए गए...जो खूब वायरल हुए हैं. इससे बने चौतरफा दबाव के बाद उत्तराखंड पुलिस ने एक्शन तो लिया है लेकिन सिर्फ वसीम रिजवी उर्फ जितेन्द्र नारायण सिंह के खिलाफ ही मामला दर्ज किया है...ये मामला भी उत्तराखंड पुलिस ने ज्वालापुर के स्थानीय निवासी गुलबहार खान की तहरीर पर दर्ज किया है.
हालांकि TMC नेता और RTI एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने धर्म संसद के आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और कहा है कि 24 घंटे में आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज न करने पर ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के पास शिकायत करेंगे. फिलहाल हरिद्वार SP स्वतंत्र कुमार सिंह ने कहा है कि पुलिस हालात को मॉनिटर कर रही है.
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ये हालत तब है जबकि इन बेहद भड़काऊ बातों के विरोध में पूर्व सेना प्रमुख, कार्यकर्ता और आम लोग उतर आए हैं और ऐसी भड़काऊ बयानबाजी करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग कर रहे हैं. #ArrestHaridwarGenocideMongers के नाम से हैशटैग चलाया जा रहा है. लोग प्रधानमंत्री और देश के गृह मंत्री से पूछ रहे हैं, क्या ऐसे बयान देश विरोधी नहीं? क्या UAPA सिर्फ कुछ खास लोगों के लिए है?
देशभर से इन वायरल बयानों के विरोध के बाद अब उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा है कि इस तरह के भड़काऊ बयान ग़लत हैं, इसलिए हमने इन वीडियोज को सोशल मीडिया पर ब्लॉक करने को भी कहा है.