उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath) में दिसंबर और जनवरी में भू-धंसाव की आपदा हर किसी को याद है. दावा किया जा रहा था कि अब दरारें पड़नी रुक गई हैं. लेकिन गांधीनगर के एक नए भवन में हल्की दरारें (cracks) देखने को मिल रही हैं. जिसकी वजह से लोगों में फिर से दहशत पैदा होने लगी है. दरअसल, इस समय पहाड़ों पर लगातार बारिश (rain) हो रही है. यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि बारिश के चलते भवन में अचनाक हर जगह हल्की-हल्की दरारें बढ़ गई हैं. हालांकि, प्रसाशन ने इस भवन को येलो जोन (yellow zone) में रखा था. क्योंकि इसके आस-पास हर तरफ मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें और रेड स्टिकर (red sticker) पहले से लगे हुए थे, जो अब इस मकान पर भी दिख रहे हैं.
ये भी पढ़े: 'मिशन 2024' पर नीतीश कुमार, ओडिशा में सीएम नवीन पटनायक से की मुलाकात
दिसंबर-जनवरी में जोशीमठ के सुनील, मनोहर बाग, सिंह धार, गांधीनगर, रविग्राम, मारवाड़ी वार्डों में जगह-जगह कहीं खतरनाक तो कहीं माइनर दरारे देखने को मिली थीं.जोशीमठ के गांधी नगर वार्ड के वीरेंद्र लाल तमता के नए भवन पर अब दरारे देखने को मिल रही है. वीरेंद्र लाल के भाई नरेंद्र लाल ने बताया कि उनके मकान पर पहले बिल्कुल भी दरारें नहीं थी.