Cyclone Biparjoy: गुरुवार शाम गुजरात के कच्छ तट पर विनाशकारी हवा की गति और लगातार बारिश के साथ चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने दस्तक दी, और राज्य के अलग-अलग इलाकों खूब तबाही मची.
राज्य पर पड़े चक्रवाती तूफान के प्रभाव पर जानकारी देते हुए गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि तूफान के कारण करीब 22 लोग घायल है, अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है. 23 पशुओं की मौत हो गई, 524 पेड़ गिर गए हैं. इसके अलावा कुछ जगहों पर बिजली के खंभे भी गिर गए हैं, जिससे 940 गांवों में बिजली नहीं है.
वहीं, गुजरात के मोरबी में भी तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए, जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली गुल हो गई. अधिकारी ने बताया कि हम 9 गांवों में बिजली बहाल कर रहे हैं और बाकी गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है.
हालांकि, गुजरात में अब चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ गया है लेकिन राज्य में विभिन्न स्थानों पर इसकी तबाही के निशान देखे जा सकते हैं. एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवाती तूफान के जखौ बंदरगाह के निकट पहुंचने की प्रक्रिया शाम करीब साढ़े छह बजे शुरू हुई और देर रात दो बजकर 30मिनट तक चली। इस दौरान पूरे कच्छ जिले में भारी बारिश हुई.
140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश से बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे उखड़ गए और समुद्र का पानी निचले इलाके के गांवों में भर गया. कच्छ के जिलाधिकारी अमित अरोड़ा ने कहा कि जिले में च्रकवात से जुड़ी घटनाओं में जन हानि की कोई सूचना नहीं है.
आईएमडी ने बताया कि गुजरात तट के पास पहुंचने के दौरान चक्रवात 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ा। तट पर पहुंचने के दौरान हवा की गति 115-125 किलोमीटर प्रति घंटे से 140 किलोमीटर प्रति घंटा थी.
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गांधीनगर में राज्य आपदा अभियान केन्द्र में हालात तथा राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया.