अरब सागर में उठा बवंडर बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) कच्छ के तट से करीब 100 किमी दूर है. लेकिन समंदर में हाईटाइड और उठे तूफान से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब ये तट से टकराएगा तो कितना विनाश हो सकता है? इसको देखते हुए NDRF की 18 और SDRF की 12 टीमें तैनात की गई हैं.
मौसम विभाग की जानकारी समय-समय पर साझा की जा रही है. अब तक कच्छ के क्षेत्र से 94,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
एयरलिफ्ट के लिए 15 टीमों को अलग-अलग स्थानों पर रखा है ताकि लोगों को जरूरत पड़ने पर निकाला जा सके.
मौसम विभाग के मुताबिक 135-150 किलोमीटर तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और बारिश होगी. कमज़ोर बिल्डिंग, खंबे, पेड़ तूफान में टूट सकते हैं इसको देखते हुए एहतियातन कदम उठाए गये हैं.
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तूफान के बाद कितना नुकसान होगा फिलहाल अभी अंदाज़ा लगाना मुश्किल है. गुजरात में मांडवी में बिपरजॉय टकरानेवाला है.
इससे पहले तेज हवाओं और बारिश के साथ-साथ समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं. लोगों को हर हाल में समुंदर से दूर रखा जा रहा है.
राजस्थान की बात करें तो करीब 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है. शेल्टर होम की व्यवस्था की गई है और सभी शेल्टर होम पर पुलिस, मेडिकल, खाने, पीने की व्यवस्था की है। हमारे पास NDRF, SDRF, मरीन, BSF, सेना की टीमें तैनात हैं।
पूर्वी और पश्चिम कच्छ में किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है. दमन में भी समुद्र में उफान देखा जा सकता है. कुछ घंटों बाद बिपरजॉय गुजरात के तट से टकरानेवाला है इसका असर दमन में भी दिख रहा है.
उधर, चक्रवात के चलते गृह मंत्री अमित शाह का ओडिशा और तेलंगाना दौरा स्थगित हो गया है. दिल्ली से लेकर गुजरात तक सरकार अलर्ट है.
दूसरी तरफ जामनगर एयरपोर्ट पर भी पूरी व्यवस्था कर दी गई है. जामनगर एयरपोर्ट डायरेक्टर के मुताबिक एयरपोर्ट ने 14,15 और 16 जून के लिए नोटिस जारी किया है, जिसके मुताबिक दोपहर 1:30 से शाम 4 बजे तक सभी फ़्लाइट्स मूवमेंट बाधित है.
नोटिस का मतलब नोटिस टू एयरमेन होता है, ये एयरपोर्ट पर बाहर से आने वाली उड़ानों के लिए जारी किया जाता है. जामनगर एयरपोर्ट पर एटीसी इंडियन एयरफोर्स से संबद्ध होती है इसलिए एटीसी काम करेगा लेकिन कॉमर्शियल उड़ानों पर रोक लगा दी है.
एयरपोर्ट पर काम कर रहे लोगों के लिए किसी भी इमरजेंसी को देखते हुए पर्याप्त खाने की भी व्यवस्था की गई है. इमरजेंसी की स्थिति में एयरपोर्ट को संचालित करने के लिए आवश्यक डीजल और पेट्रोल भी स्टोर किया गया है.