Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’कहर बरपाने को बेताव है. इसके 15 जून की शाम के आसपास गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ (Kutch) के तटीय इलाके को पार करने की संभावना है, जिसको लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है. IMD के मुताबिक उस वक्त इसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है. 14 और 15 जून को भारी बारिश की भी चेतावनी जारी की गई है.
एहतियातन प्रशासन ने 8000 लोगों को सुरक्षित स्थानों (Rescue) पर पहुंचाया है. द्वारका जिला प्रशासन ने समंदर के तट पर बसे 38 और आस-पास के 44 गांव के निचले इलाकों पर रहने वाले 4 हजार परिवारों को स्थानांतरित किया है. 138 महिलाओं की 20 तारीख से पहले डिलीवरी होनी है उन्हें उनके परिजन के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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चक्रवाती तूफान का असर द्वारका के गोमती घाट पर देखने को मिल रहा है. यहां ज्वार की लहरें समुद्र में ऊंची उठ रही हैं. ड्रोन वीडियो से ली गईं इन तस्वीरों को देखिए कच्छ के कांडला पोर्ट पर चक्रवाती तूफान बिपरजोय को लेकर तैयारियां की गई हैं. केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh L. Mandaviya) ने कच्छ में चक्रवाती तूफान बिपरजोय की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कांडला पोर्ट का दौरा किया.
चक्रवात 'बिपरजोय' के गुजरात तट की ओर बढ़ने के मद्देनजर पुलिस ने भुज तट पर गश्त की. साथ ही NDRF और SDRF की टुकड़ियां हाई अलर्ट पर हैं.
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (CM Bhupendra Patel) ने बताया कि- 'प्रधानमंत्री और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने इस प्राकृतिक आपदा (बिपरजोय) से निपटने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं. आपदा प्रबंधन के सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं. बचाव, राहत और पुनर्वास व्यवस्था सुनिश्चित की है. मैं सभी से अपील करता हूं कि समय-समय पर राज्य सरकार और जिला प्रशासन द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें और घर के अंदर रहें. यदि आवश्यक हो अगर किसी को स्थानांतरित करना है, तो प्रशासन के साथ सहयोग करें.'