Cyclone Biparjoy: चक्रवाती तूफान 'बिपरजोय' कमजोर पड़ गया है. हालांकि गनीमत रही कि तूफान की आहट से पहले ही पुख्ता तैयारियों के चलते जान-माल का कम नुकसान हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवाती तूफान दक्षिण पूर्व पाकिस्तान के ऊपर शुक्रवार रात 11:30 बजे कमजोर हो गया और अगले 12 घंटों में इसके कमजोर होकर अवसाद में बदलने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, 'दक्षिण पश्चिम राजस्थान और कच्छ धोलावीरा से लगभग 100 किमी उत्तर पूर्व में यह कमजोर पड़ गया है.'
वहीं, तूफान के कमजोर पड़ने के बाद गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कच्छ (Kutch) में तूफान प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया (aerial survey) और नुकसान का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Gujarat CM Bhupendra Patel) मौजूद रहे. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के मांडवी सिविल अस्पताल का भी दौरा किया और वहां भर्ती लोगों से मुलाकात की.
तूफान के कमजोर होने के बाद अभी कई इलाकों में बारिश हो रही है. गांधीनगर और बनासकांठा शहर में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश देखने को मिली. मांडवी में चक्रवात बिपरजॉय के कई इलाकों में जलभराव देखने को मिल रहा है.
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वन विभाग (Gujarat Forest Department) के अधिकारियों ने बताया कि- गिर वन में लगभग 1,000 पेड़ उखड़ गए. वहीं भावनगर में ग्रामीणों ने किनारे पर बहे दो कछुओं में से एक को बचा लिया. वन टीम के पहुंचने से पहले ही एक कछुआ मर गया, दूसरे घायल को इलाज के लिए पालीताना ले जाया गया.
वन विभाग के मुताबिक (Dwarka Cyclone) द्वारका, जामनगर और कच्छ में चक्रवात बिपरजॉय के कारण 450 से अधिक पक्षियों की मौत हो गई है. उन्होंने कहा कि सभी एशियाई शेर सुरक्षित पाए गए हैं. कई इलाकों में बगुले और अन्य पक्षी तेज हवाओं के दौरान पेड़ों से गिर गए और मर गए.
गुजरात सरकार ने चक्रवात बिपरजॉय से प्रभावित सभी लोगों को नकद रकम देने का ऐलान किया है. सरकारी आदेश के अनुसार, अगले तीन दिनों के भीतर इसे बांट दिया जाएगा. वयस्कों को रोजाना 100 रुपये और नाबालिगों को 60 रुपये के हिसाब से नकद राशि दी जाएगी. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जिन लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है, वे अधिकतम पांच दिनों के लिए नकद सहायता के पात्र होंगे.
अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुरुवार की इंडस्ट्री पर भी अपना कहर बरपाया है. बंदरगाहों के बंद होने और सात जिलों में भारी बारिश ने औद्योगिक उत्पादन को बाधित कर दिया. गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआई) के अनुमान के मुताबिक इससे इंडस्ट्री को करीब 5,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है.
समुद्री नमक मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अनुमान के मुताबिक नमक उत्पादन के मौसम के अंत में जब उत्पादन इकाइयों में बने हुए नमक के बड़े पैमाने पर भंडार जमा किए गए थे, साइक्लोन बिपरजॉय के कारण हुई भारी बारिश से कम से कम 5 लाख टन नमक बह गया. पहले से चेतावनी के बावजूद स्टॉक इतने बड़े थे कि उन्हें हटाना मुश्किल था.
एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया कि साइक्लोन बिपरजॉय को लेकर फिलहाल अभी स्थिति नियंत्रण में है. बनासकांठा और पाटन में भारी बारिश की संभावना है. राजस्थान के दक्षिणी हिस्सों में भी बारिश की संभावना है. गुजरात में 18 टीमें, राजस्थान में 2 और दीव में 1 टीम तैनात है.