Defence export: दुनियाभर में भारत हथियार खरीदने वाले देशों में सबसे आगे रहता है. लेकिन क्या आपको पता है हथियारों के निर्यात के मामले में भारत ने एक ऊंचाई हासिल की है. भारत ने 2021-22 में 13 हजार करोड़ रुपये के हथियारों का निर्यात यानी एक्सपोर्ट किया. सालाना आधार पर इसमें 54 फीसदी की तेजी दर्ज की गई. केंद्र सरकार (Central government) ने 2024 तक 35000 करोड़ रुपये का सालाना रक्षा निर्यात का लक्ष्य रखा है.
जिन हथियारों को एक्सपोर्ट किया जा रहा है उनमें सबसे ज्यादा डिमांड सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस, अग्नि और पृथ्वी मिसाइल, पिनाका रॉकेट लॉन्चर, आकाश, अस्त्र और नाग मिसाइल, तेजस लड़ाकू विमान, ध्रुव और प्रचंड हेलिकॉप्टर और अर्जुन टैंक की है.
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नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ब्रह्मोस मिसाइल के लिए फिलिपींस के साथ 37.5 करोड़ डॉलर की डील तय हुई और इसके लिए वियतनाम से बातचीत चल रही है. आर्मेनिया के साथ पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर बेचने की मंजूरी हुई. आकाश मिसाइल को लेकर फिलिपींस, वियतनाम, यूएई और सऊदी अरब के रुचि दिखाने के बाद भारत यह हथियार बेचने के लिए तैयार हो गया है. मलेशिया को 15 तेजस लड़ाकू विमान बेचने पर डील चल रही है. बता दें तेजस लड़ाकू विमान के लिए अर्जेंटीना और कोलंबिया ने भी रुचि दिखाई है. इसके अलावा फिलीपींस और म्यांमार ने ध्रुव हेलिकॉप्टर की खरीद में दिलचस्पी जताई है.
सिर्फ यही नहीं...भारत 75 देशों के साथ छोटे हथियारों की डील करता है. जैसे आंसू गैस लॉन्चर, टोरपीडो लोडिंग सिस्टम, अलार्म मॉनिटरिंग एंड कंट्रोल, नाइट विजन, बख्तरबंद वाहन, हथियार तलाशने वाले रडार, HF रेडियो और तटीय रडार प्रणाली.
अब आपको बताते हैं भारत ने पिछले 5 सालों में कितने हजार करोड़ के निर्यात किए हैं. आंकड़ों से आप चौंक सकते हैं.
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2016-2017- 1521.91 करोड़ रु
2017-2018- 4682.36 करोड़ रु
2018-2019- 10745.77 करोड़ रु
2019-2020- 9115.55 करोड़ रु
- म्यांमार- 17 फीसदी% रक्षा उपकरण
- श्रीलंका- हथियार निर्यात का 25% हिस्सा
- आर्मेनिया- हथियार निर्यात का 11% हिस्सा
- सऊदी अरब- कुल हथियार खरीद का 25%
- मॉरीशस- हथियार खरीद का 22 फीसदी
बता दें साल 2014 में मोदी सरकार जब सत्ता में आई तब भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट महज 2059 करोड़ रुपए था. वैसे यह सच है कि डिफेंस एक्सपोर्ट में प्राइवेट सेक्टर कंपनियों का बड़ा योगदान है. इन कंपनियों का मार्केट शेयर 90 फीसदी के करीब है.