दिल्ली में एक आरटीआई से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिसके मुताबिक दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार (Delhi Government) ने दिल्ली के किसानों के खेतों में बायो डी-कंपोजर (Bio De-composer) के छिड़काव पर दो साल में 68 लाख रुपये खर्च किए तो उसी के विज्ञापन (Advertisement) पर 23 करोड़ रुपये खर्च कर डाले.
वेबसाइट न्यूजलौंड्री की रिपोर्ट में इसका जिक्र है.जिसके मुताबिक दिल्ली में इस योजना से अब तक 955 किसानों को फायदा पहुंचा है. पूरा खेल क्या है इसे ग्राफिक्स के जरिए समझते हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक इसका खुलासा तब हुआ जब दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता राम सिंह बिधूड़ी ने RTI के जरिए इसका जवाब मांगा. हालांकि दिल्ली सरकार का तर्क है कि इस तकनीक की सूचना सभी राज्यों के किसानों को पहुंचाना जरूरी था इसलिए इसके विज्ञापन पर इतना खर्च हुआ.
सरकार का कहना है कि उन्होंने किसानों से इस काम के लिए कोई पैसा नहीं लिया. हालांकि RTI से मिले कुछ और आंकड़े इस दिल्ली मॉडल पर सवाल उठाते हैं.लगे हाथ हम उन्हें भी जान लेते हैं.
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वेबसाइट ने इस मसले पर आप सरकार के मंत्री गोपाल राय से भी बात की तो उन्होंने कहा कि हां हमने विज्ञापन दिया था, लेकिन बीजेपी को विज्ञापनों से कोई दिक्कत नहीं है. जब भी कुछ अच्छा होता है, तो बीजेपी परेशान हो जाती है क्योंकि वे चीजों का समाधान नहीं चाहते हैं.