Delhi Mohalla Clinic: दिल्ली की केजरीवाल सरकार की मुसीबत लगातार बढ़ती नजर आ रही है. कथित शराब घोटाले के बाद अब मोहल्ला क्लिनिक की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किये जा रहे हैं.
दिल्ली की मोहल्ला क्लिनिक में कथित फर्जी टेस्ट के मामले में एलजी ने सीबीआई जांच की सिफारिश की है. बताया जा रहा है कि लैब को फायदा पहुंचाने के लिए मोहल्ला क्लिनिक की तरफ से फर्जी टेस्ट कराया गया. इसका मकसद प्राइवेट लैब को फायदा पहुंचाना था.
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब कुछ दिन पहले ही सक्सेना ने दिल्ली सरकार के अस्पतालों में दवाओं की कथित आपूर्ति की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। इसमें कहा गया था कि ये दवाएं ‘गुणवत्ता मानक जांच’ में खरी नहीं पाई गईं. मोहल्ला क्लीनिक दिल्ली सरकार द्वारा संचालित किये जाते हैं।
एक सूत्र ने बताया, ‘‘पिछले साल सामने आया था कि चिकित्सक मोहल्ला क्लीनिक में नहीं आ रहे थे, लेकिन फिर भी उन्हें उपस्थित दिखाया जा रहा था। उनकी अनुपस्थिति के बावजूद मरीजों को जांच और दवाएं लिखी जा रही थीं। बाद में, पाया गया कि ‘‘फर्जी’’ रोगियों पर परीक्षण किए गए थे। इसके संबंध में ही सीबीआई जांच के आदेश दे दिए गए हैं।’’
इस मामले पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है