Pollution In Delhi: दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण से हालात लगातार खराब बने हुए हैं. सरकार दिल्ली वालों को प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए कई अहम कदम उठा रही है इसी बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से प्रदूषण पर फटकार के बाद ने "कृत्रिम बारिश" करने का फैसला लिया है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, 20 नवंबर के आसपास क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम बारिश का प्रयास किया जाएगा.
कृत्रिम वर्षा कराने के लिए क्लाउड सीडिंग एक प्रकार से मौसम में बदलाव का वैज्ञानिक तरीका है. इसके तहत आर्टिफिशियल तरीके से बारिश करवाई जाती है. इसके लिए विमानों को बादलों के बीच से गुजारा जाता है और उनसे सिल्वर आयोडाइड, ड्राई आइस और क्लोराइड छोड़े जाते हैं. इससे बादलों में पानी की बूंदें जम जाती हैं. यही पानी की बूंदें फिर बारिश बनकर जमीन पर गिरती हैं.
अब आईआईटी कानपुर में कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और इस परियोजना के पीछे प्रेरक शक्ति मणींद्र अग्रवाल ने बताया कि कृत्रिम बारिश खराब हवा से पीड़ित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के निवासियों को एक सप्ताह तक अस्थायी राहत प्रदान कर सकती है.
दिल्ली में आज सुबह कुछ जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 से ज्यादा दर्ज किया गया. सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में, बवाना (437), नजफगढ़ - (450), न्यू मोती बाग (450)आरके पुरम (453), पंजाबी बाग (444), आईटीओ (441) और आनंद विहार में (432) है. वहीं नोएडा में आज का औसत एक्यूआई 461 है, जो कि बेहद गंभीर श्रेणी है.