देश में धार्मिक स्थलों पर जारी विवाद के बीच अब हिंदूवादी संगठन ने अजमेर शरीफ दरगाह (Hazrat Khwaja Gharib Nawaz Dargah) का ASI से सर्वेक्षण कराने की मांग की है. हिंदूवादी संगठन महाराणा प्रताप सेना (Maharana Pratap Sena) ने दावा किया है कि दरगाह का निर्माण मंदिर तोड़कर किया गया. महाराणा प्रताप सेना की ओर से राजवर्धन सिंह बोले कि दरगाह की दीवारों और खिड़कियों पर हिंदू धर्म से संबंधित चिह्न हैं जिनका ASI से सर्वेक्षण कराना चाहिए. इस बाबत संगठन ने राष्ट्रपति, राजस्थान के सीएम और राज्यपाल समेत अन्य केंद्रीय मंत्रियों को भी पत्र लिखा है.
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महाराणा प्रताप सेना के दावों के बाद दरगाह की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है साथ ही अजमेर जिला प्रशासन भी अलर्ट पर है. आला अधिकारी भी दरगाह का दौरा करने में जुटे हैं. गुरुवार को अजमेर की SDM सिटी भावना गर्ग भी दरगाह पहुंची जहां उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.
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हिंदू संगठन के दावों को खादिमों की कमेटी ने खारिज करते हुए कहा कि दरगाह में कोई भी हिंदू धर्म से संबंधित चिह्न नहीं है. दरगाह 850 वर्षों से है लेकिन इसके निर्माण पर कभी सवाल खड़े नहीं किए गए. वहीं अंजुमन कमेटी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि दरगाह के लिए कोई गलत बात बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कमेटी के सचिव वाहिद अंगारा बोले कि अगर माहौल खराब करने की कोशिश हुई तो कानूनी रूप से इसका जवाब दिया जाएगा.