Madarsa Survey: उत्तर प्रदेश (UP) में मदरसों के सर्वे की चर्चा के बीच दारुल उलूम देवबंद (Darul Uloom Deoband) में सम्मेलन किया गया. दारुल उलूम देवबंद मदरसों के सर्वे के पक्ष में है. उनका कहना है कि सर्वे कराना सरकार का हक है. जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madani, President of Jamiat Ulema-e-Hind) ने कहा कि जब कोई मदरसे पर सर्वे करने आए तो उनके सवालों का जवाब दें. उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर बने मदरसों पर कार्रवाई हो. अरशद मदनी ने कहा कि सरकार की जमीन पर बना मदरसा खुद तोड़ेंगे. मदरसों को सरकार की जरूरत नहीं.
दारुल उलूम देवबंद के सम्मेलन में कहा गया कि मदरसों के अंदर कोई अवैध गतिविधि नहीं (no illegal activity) होती. अभी जो सर्वे की गाड़ी चल रही है, वह ठीक नहीं है. अरशद मदनी ने कहा कि मदरसे कोई ऐसी चीज नहीं हैं जिनका कोई पहलू छिपा हुआ हो. UP में हजारों मदरसे हैं. उन मदरसों के दरवाजे 24 घंटे खुले रहते हैं.
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बता दें UP की सरकार बीते 10 सितंबर से प्रदेश में संचालित मदरसों का सर्वे करा रही है. इस सर्वे के दौरान भले ही अभी तक कहीं कोई विरोध नहीं हुआ है. मदरसा संचालक भी सर्वे टीम का पूरा सहयोग कर रहे हैं, लेकिन इस सर्वे को लेकर काफी सवाल उठ रहे हैं.
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