18 जून को UGC-NET की परीक्षा हुई. इसके एक दिन बाद 19 जून को NTA यानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा रद्द कर दी और हवाला दिया कि पेपर लीक हो गया था. दरअसल, पेपर लीक के इनपुट्स गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (Indian Cyber Crime Coordination Centre) यानी 'I4C' को मिले थे. बताया गया कि एग्जाम से पहले ही टेलिग्राम (Telegram) पर पेपर सर्कुलेट हुए थे. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर में 'I4C' यानी इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर या भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र का काम क्या है और ये आम लोगों के लिए कितना उपयोगी है?
क्या है भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र?
- देश में साइबर सेफ्टी के लिए भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की स्थापना की गई.
- 'I4C' साइबर क्राइम से जुड़े सभी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करता है.
- जैसे- कानून प्रवर्तन एजेंसियों और हितधारकों के बीच समन्वय में सुधार करना, साइबर अपराध से निपटने के लिए भारत की समग्र क्षमता में बदलाव लाना और नागरिक संतुष्टि के स्तर में सुधार करना शामिल है.
'I4C' का उद्देश्य क्या है?
- देश में साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए 'I4C' एक नोडल बिंदु के रूप में कार्य करता है.
- साइबर क्राइम से संबंधित शिकायतों को आसानी से दर्ज करने और साइबर अपराध के रुझान और पैटर्न की पहचान करने की सुविधा प्रदान करना.
- सक्रिय साइबर अपराध की रोकथाम और पता लगाने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के रूप में कार्य करना.
- साइबर अपराध को रोकने के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करना.
- साइबर फॉरेंसिक, जांच, साइबर स्वच्छता, साइबर-अपराध विज्ञान आदि के क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों, लोक अभियोजकों और न्यायिक अधिकारियों की क्षमता निर्माण में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की सहायता करना.
आम जनता के लिए कितना उपयोगी है?
- इस पोर्टल पर नागरिक ऑनलाइन साइबर अपराध (Cyber Crime) के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं.
- जैसे महिलाओं, बच्चों, चाइल्ड पोर्नोग्राफी, चाइल्ड हैरेसमेंट, दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित मामलों की शिकायत.
- इसके साथ ही वित्तीय अपराध और आज कल तेजी से बढ़ रहे सोशल मीडिया से संबंधित क्राइम जैसे कि स्टॉकिंग (Stalking) और साइबरबुलिंग (Cyberbullying) आदि जैसे क्राइम की शिकायत भी की जा सकती है.
- सबसे अच्छी बात ये है कि नागरिक किसी भी स्थान पर रहकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, यूजीसी-नेट एग्जाम रद्द होने के बाद अब नए सिरे से परीक्षा होगी, नया एग्जाम शेड्यूल अलग से शेयर किया जाएगा. फिलहाल, पेपर लीक मामले की जांच केंद्र सरकार ने CBI को सौंपी है. सीबीआई ने अपनी पहली FIR भी दर्ज कर ली है.
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