महाराष्ट्र (Maharashtra) के पुणे स्थित DRDO दफ्तर (DRDO Office) से हनी ट्रैप (honey trap) का बड़ा मामला सामने आ रहा है. यहां महाराष्ट्र ATS ने DRDO के डायरेक्टर और साइंटिस्ट डॉक्टर प्रदीप कुरुलकर (Dr. Pradeep Kurulkar) को गिरफ्तार किया है. उन पर पाकिस्तान को संवेदनशील जानकारी (sensitive information to pakistan) मुहैया करने का आरोप है.
ATS का दावा है कि साइंटिस्ट कुरुलकर को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिंग (Pakistan Intelligence Operating) के एक शख्स ने हनीट्रैप में फंसा लिया था. इसके बाद आरोपी वैज्ञानिक ने संवेदनशील जानकारी जमा करनी शुरू कर दी और इसे पाकिस्तान के शख्स को देने लगे. कुरुलकर अनजाने में हनीट्रैप में फंसे थे...इसके बाद से उन्होंने ने संवेदनशील जानकारी जमा करनी शुरू कर दी और इसे पाकिस्तान के शख्स को देने लगे.
खुफिया एजेंसियों ने ट्रैक किया था
सूत्रों ने बताया कि फरवरी में भारतीय खुफिया एजेंसियों को इस बात का पता चला था कि साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर अनजाने में हनीट्रैप में फंस गए हैं. वीडियो चैट और अन्य सोशल मीडिया के जरिए से वो पाकिस्तान इंटेलिजेंस एजेंसी के संपर्क में है. इसके बाद इसकी जानकारी डीआरडीओ को दी गई थी.
DRDO के विजिलेंस विभाग ने की जांच
एक अधिकारी ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद डीआरडीओ के विजिलेंस विभाग ने जांच शुरू की और एक रिपोर्ट तैयार की. इस रिपोर्ट के बारे में विभिन्न भारतीय जांच एजेंसियों को बताया गया. इसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने मामले की जांच की और डॉ. कुरुलकर को गिरफ्तार किया. बता दें कि कुरुलकर इसी साल नवंबर में रिटायर होने वाले हैं. अब तक की जांच में जांच एजेंसियों ने पाया कि अनजाने में वे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में आ गए.
एटीएस ने क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एटीएस की एक प्रेस रिलीज में बताया गया है कि वैज्ञानिक को पता था कि उनके पास जो गुप्त आधिकारिक जानकारी है अगर वह दुश्मन को मिल जाती है तो इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है. इसके बावजूद उन्होंने ये जानकारी हनी ट्रैप में फंस कर पाकिस्तानी शख्स को मुहैया कराई. इसके आधार पर उनके खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम से संबंधित धाराओं के तहत मुंबई में एटीएस की कालाचौकी यूनिट में केस दर्ज किया गया है. इस मामले में आगे की जांच जारी है.