दक्षिण चीन सागर से सटे देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मुद्दे पर पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून के तहत नियमों के पालन पर जोर दिया है. उन्होने कहा कि सभी देशों को अपनी संप्रभुता के लिए मिलजुल कर कोशिश करनी चाहिए.
दरअसल चीन ने 28 अगस्त को एक आधिकारिक मानचित्र जारी किया है जिसमें ताइवान, दक्षिण चीन सागर अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को चीन का क्षेत्र बताया है. इस मानचित्र को भारत पहले ही खारिज कर चुका है वहीं मलेशिया, ताइवान, वियतनाम, फिलीपींस जैसे आसियान देशों ने इस बैठक में चीन के रवैये पर चिंता जाहिर की है.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि आसियान देशों के बीच मुक्त व्यापार के लिए हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की जरूरत है उन्होने कहा कि समय की मांग है कि हम अंतरराष्ट्रीय कानून को कड़ाई से पालन करें
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