मशहूर पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या ने पंजाब में सक्रिय गैंगस्टरों की एक बार फिर पोल खोल दी है. उनके जाल आमतौर पर हरियाणा और दिल्ली जैसे पड़ोसी राज्यों में भी फैले हैं. उत्तर भारत में जबरन वसूली, अपहरण और यहां तक कि हत्याओं की साजिश रचने वाले पांच सबसे वांछित गैंगस्टरों के बारे में विस्तार से बताते हैं.
गौरव पटियाल उर्फ लकी को सिद्धू मूसे वाला की हत्या के कथित मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. लकी पटियाल दविंदर बांबिहा गैंग चलाता है. बांबिहा 2016 में एक मुठभेड़ में मारा गया था. दिलचस्प बात यह है कि पटियाल कथित तौर पर आर्मेनिया की जेल में बंद है, लेकिन अभी भी अपने समूह के संचालन को कंट्रोल करने में सक्षम है. यूथ अकाली दल के नेता विक्की मिद्दुखेड़ा की हत्या में पटियाल का कथित तौर पर हाथ था. बिश्नोई और बराड़ ने मूसे वाला की हत्या करके मिद्दुखेड़ा की हत्या का बदला लेने का दावा किया है.
विकास लगारपुरिया पर अगस्त 2021 में गुरुग्राम में ₹30 करोड़ की बड़ी चोरी का मास्टरमाइंड होने का आरोप है. लगारपुरिया दुबई में छिपा था, और हाल ही में उसने भागने की कोशिश की. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, उसे रोका गया, फिर से भाग निकला और फिर पकड़ा गया. हरियाणा पुलिस का मानना है कि लगारपुरिया ने भारत को अपने निर्वासन में देरी करने के लिए ऐसा किया, क्योंकि अब उसे दुबई में पुलिस हिरासत से भागने के मामले का सामना करना पड़ेगा.
मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर हाल ही में हुए ग्रेनेड हमले ने गैंगस्टर से खालिस्तानी आतंकवादी बने हरविंदर सिंह रिंडा को फिर से लोगों की नजरों में ला दिया. माना जाता है कि रिंडा पाकिस्तान में है, और पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई की मदद से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों की योजना बना रहा है. वह कथित तौर पर हमलों को अंजाम देने के लिए अपने गैंगस्टर लिंक का इस्तेमाल करता है.
माना जाता है कि 9 मई को मोहाली पुलिस की इमारत पर हुए हमले में भी लखबीर सिंह लांडा का हाथ था. वह तरनतारन जिले का रहने वाला है और कथित तौर पर 2017 से कनाडा में है. वह हरविंदर सिंह रिंडा का करीबी सहयोगी है. 25 मई को मोहाली पुलिस ने उसके गिरोह के पांच कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया और पिस्तौल, एके 47 राइफल मैगजीन, जिंदा कारतूस और नकदी बरामद की.
सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य आरोपी सतिंदर सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ को नामजद किया गया है. वह पंजाब के फरीदकोट के रहने वाला है और फिलहाल कनाडा में रह रहा है. वह जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है और कथित तौर पर बिश्नोई की ओर से जबरन वसूली का रैकेट चलाता है. माना जाता है कि बरार युवा कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की हत्या में शामिल था.