G-20 Summit: इस बार इंडोनेशिया (Indonesia) के बाली में आयोजित G-20 समिट कई मायनों में भारत के लिए खास रहा. समिट के समापन से पहले G-20 की अगली अध्यक्षता की कमान भारत (India) को सौंप दी गई. इससे पहले पीएम मोदी ने विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों से द्विपक्षीय वार्ता की और उन्हें खास तोहफा (Gifts) भी दिया. पीएम ने पेंटिंग से लेकर किन्नौर की शॉल तक भारतीय संस्कृति और कला को उजागर करने वाले ऐसे तोहफे दिए, जिससे देश की विरासत को दुनियाभर में पहचान मिले. ये खास तोहफे दो राज्य गुजरात और हिमाचल प्रदेश के दिखें, जहां हाल ही में पीएम मोदी ने चुनावी रैलियां की थी.
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सबसे पहले जानते हैं पीएम मोदी ने भारतीय मूल के ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक को क्या दिया. पीएम मोदी ने ऋषि सुनक को 'माता नी पछेड़ी' का तोहफा दिया है. ये गुजरात का हस्तनिर्मित कपड़ा है, जिसमें देवी मां की आकृति बनी हुई है. ये नाम गुजराती शब्द 'माता' से लिया गया है जिसका मतलब 'देवी मां' होता है, जबकि 'नी' का मतलब 'संबंधित' और 'पछेड़ी' का मतलब पृष्ठभूमि से है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को कांगड़ा की मिनिएचर पेंटिंग गिफ्ट में दी. प्रेम का चित्रण कर रही इस खूबसूरत पेंटिंग को हिमाचल प्रदेश के कलाकारों ने प्राकृतिक रंगों का उपयोग करके बनाया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, सिंगापुर के प्रधान मंत्री ली सीन लूंग और जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज़ को पीएम मोदी ने गुजरात के कच्छ से 'एगेट बाउल' (Agate Bowl) उपहार में दिया. इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को पाटन पटोला का खास दुपट्टा दिया, तो ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज को 'पिथौरा' उपहार में दिया है...इस पेंटिंग को गुजरात के राठवा के कारीगरों ने तैयार किया है और ये एक आदिवासी लोक कला पर आधारित है, और ऑस्ट्रेलिया के स्वदेशी समुदायों की आदिवासी डॉट पेंटिंग से काफी मिलती-जुलती है.
स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज को मंडी और कुल्लू का 'कनाल ब्रास सेट' का एक म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट उपहार में दिया है. ये एक पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र है, जो अब सजावट की वस्तुओं के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. वहीं, पीएम मोदी ने मेजबान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो को गुजरात के सूरत का चांदी वाला वाउल और हिमाचल प्रदेश के किन्नौर वाली शॉल भेंट की.