गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को आतंकी घोषित किया गया है. उसके साथ काला जेठड़ी समेत 14 गैंगस्टरों को आतंकवादी सूची में शामिल किया है.
इसका खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) द्वारा दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र मलिक की अदालत में दायर चार्जशीट से हुआ है. क्राइम तक में छपी खबरों के मुताबिक एनआईए की चार्जशीट में बताया गया है कि लॉरेंस के खिलाफ 82 से ज्यादा मामले दर्ज हैं.
हालांकि, लॉरेंस बिश्नोई के वकील विशाल चोपड़ा ने कहा कि एनआईए की चार्जशीट में अवैध कारोबार की बात है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे के आरोप स्पष्ट नहीं हैं. एनआईए ने बिश्नोई के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं.
जिनमें से एक में कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल (Chargesheet filed against Lawrence Bishnoi) की जा चुकी है. दूसरे मामले में लॉरेंस बिश्नोई को विदेशों में स्थित आतंकवादी समूहों (terrorist declared) से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
एनआईए की चार्जशीट में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, विदेश से उसके गिरोह का सरगना सतविंद्रजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़(goldi barar), लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई उर्फ भानु, भतीजा सचिन थापन उर्फ सचिन बिश्नोई और काला जठेड़ी का नाम शामिल है.
अदालत में दाखिल चार्जशीट में कहा गया है कि लॉरेंस बिश्नोई(lawrence bishnoi) के सिंडिकेट (syndicate) के कुछ सदस्य देश से बाहर शिफ्ट हो गए हैं.
लॉरेंस बिश्नोई का सिंडिकेट खालिस्तान समर्थक के साथ जुड़ा हुआ है, जो अत्याधुनिक हथियारों की खोज को बढ़ावा देता है और उनके मौजूदा जबरन वसूली रैकेट के माध्यम से उत्पन्न आतंकवाद की आय का निवेश करता है.
अत्याधुनिक हथियारों की आवश्यकता जिसमें हमला करने वाले हथियार, हथगोले, आईईडी, विस्फोटक आदि शामिल हैं, जिसे देश के भीतर पूरी नहीं की जा सकती है. इसलिए लॉरेंस बिश्नोई के साथ अपने पुराने जुड़ाव के माध्यम से खुद को हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा के साथ जोड़ लिया है, जो कि लखबीर सिंह उर्फ लंदा के गोल्डी बराड़ के साथ घनिष्ठ संबंध को और मजबूत करता है.