पूरा उत्तर भारत (North India) भीषण गर्मी (heatwave) का कहर झेल रहा है लेकिन गाजियाबाद (Ghaziabad) में हालात कुछ ज्यादा ही खराब है. यहां सोमवार को गर्मी से प्रभावित 1100 मरीज सरकारी अस्पताल (government hospital) पहुंचे. जिनमें से जांच के बाद 114 लोगों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसमें से भी तीन मरीज ICU में हैं.
निजी अस्पतालों (private hospitals) में भी भारी संख्या में मरीज भर्ती हुए हैं हालांकि उसके आधिकारिक आंकड़े सामने नहीं आए हैं.
गाजियाबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल MMG के डॉक्टर आलोक के मुताबिक अधिकांश मामले लू लगने के हैं. उनके मुताबिक हीट स्ट्रोक (heat stroke) तब होता है जब शरीर ज़्यादा गरम हो जाता है और ठंडा नहीं हो पाता है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं. ऐसे में मामले में तत्काल इलाज की जरूरत है.
वहीं गाजियाबाद के जिलाधिकारी आरके सिंह ने हीट स्ट्रोक से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है. स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया है कि जिन दवाओं की आवश्यकता है, उसे पर्याप्त मात्रा में रखें और वार्ड भी तैयार रखें. उन्होंने लोगों से अपील की है कि बाहर निकलते समय सिर को ढक कर रखें. कपड़े टोपी या छाते का उपयोग करें. नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें. जहां तक संभव हो दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक बाहर ना निकलें. ओआरएस का घोल, फलों का जूस, नारियल पानी का सेवन अधिक से अधिक करें.
बताया जा रहा है कि एमएमजी में तीन मरीज लाइन में लगने के दौरान चक्कर आने से गिर गए, उन्हें इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. संयुक्त अस्पताल में भी लाइन में लगे कई मरीजों की हालत बिगड़ गई. ये खुद ही इमरजेंसी पहुंचे. अन्य अस्पतालों में भी लाइन में लगे मरीजों में चक्कर आने की समस्या देखी गई.