गर्लफ्रेंड ने NEET निकाला तो बौखलाए फेल प्रेमी ने बना डाला 'सॉल्वर गैंग'...ये अजब 'अतुल' की गजब की कहानी है, जिसमें प्यार है, धोखा है और ढेर सारी असफलता. ये कहानी है अंतरराज्यीय सॉल्वर गैंग के सरगना अतुल वत्स्य की. नीट यूजी पेपर लीक मामले की जांच कर रही बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) लगातार पूछताछ और गिरफ्तारी कर रही है. इसी कड़ी में जहानाबाद के रहने वाले अतुल वत्सय नाम का सामने आया है. तो चलिये बताते हैं कि एक समय में डॉक्टर बनने का सपना देखने वाला अतुल वत्स्य आखिर कैसे एक पेशेवर अपराधी बन गया...
पढ़ाई के दौरान अतुल की दोस्ती मेडिकल की तैयारी कर रही एक छात्रा से हो गई थी. दोनों की गहरी दोस्ती प्यार में बदल गई, लेकिन जब मेडिकल का रिजल्ट आया तो उसकी गर्लफ्रेंड सफल हो गई, जबकि अतुल असफल होने पर बौखला गया.
अतुल को जानने वाले बताते हैं कि अपनी दोस्त की सफलता और अपनी विफलता को अतुल पचा ना सका और बौखलाहट में आकर उसने एक कोचिंग में पढ़ाना शुरू कर दिया.
कोचिंग पढ़ाने के दौरान मेडिकल की ही तैयारी कर रही दलित छात्रा से पटना में उसकी नजदीकियां बढ़ गईं. बताया जाता है कि उसी छात्रा ने कुछ वर्ष बाद अतुल पर शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने की FIR दर्ज कराई थी. इसमें अतुल के माता-पिता, भाई-बहन और दो बहनोई आरोपी बनाए गए. हालांकि बाद में पीड़िता ने अतुल से शादी कर ली, जिसके बाद वह जेल से बाहर आ गया.
नीट पेपर की असफलता के बाद अतुल की एंट्री हुई क्राइम की दुनिया में. अतुल बिहार में सॉल्वर गिरोह के लिए काम करने लगा. पुलिस का मानना है कि अतुल वत्स्य नीट और इंजीनियरिंग सहित कई प्रतियोगी परीक्षाओं में सेटिंग कराता था. अतुल ने अपने एक अन्य साथी अंशुल सिंह के साथ मिलकर बिहार में NEET पेपर लीक मामले में बड़ी भूमिका निभाई है. ये लोग दो से तीन लोगों के साथ मिलकर अलग-अलग अभ्यार्थियों से पैसे वसूलकर उन्हें पेपर देते थे.
पुलिस को इनपुट्स मिले हैं कि अतुल पिछले कई महीनों से महाराष्ट्र में कहीं छिपा हुआ है. उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
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