पीएम मोदी ने शनिवार को 'ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस' का अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज और इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी की उपस्थिति में का शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने शनिवार G20 समिट की बैठक के दौरान वर्ल्ड लीडर्स के सामने ये सुझाव रखा था, कि 'समय की मांग है सभी फ्यूल ब्लेंडिंग के क्षेत्र में साथ मिलकर काम करें. हमारा प्रस्ताव है कि पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग को ग्लोबल स्तर पर 20 परसेंट तक ले जाने के लिए साझा रूप से प्रयास करें' या ग्लोबल गुड के लिए हम कोई और ब्लेंडिंग मिक्स निकालने पर काम करें, जिससे एनर्जी सप्लाई में भी बाधा ना आए और क्लाइमेट भी सुरक्षित रहे.
बायोफ्यूल से तात्पर्य पेड,पौधों, अनाज और वेस्ट फूड से बनने वाले ईंधन से है.बायोफ्यूल से कई प्रकार का मायोमास निकाला जाता है, इसमें कार्बन की मात्रा अधिक नहीं होती. यदि इसका प्रयोग बढ़ेगा तो दुनिया में पारंपरिक ईंधन पेट्रोल-डीज़ल आदि पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण प्रदूषण भी काम होगा. पहली बार सन 1890 में रुडोल्फ डीजल ने खेती के लिए इंटरनल कंबशन इंजन को चलाने के लिए वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल किया गया था.
ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस लॉन्च के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ' हम आने वाली पीढ़ियों के सपनों के बीज बो रहे हैं'