Global Tiger Day 2023: आज यानी 29 जुलाई को विश्वभर में बाघ दिवस (इंटरनेशनल टाइगर डे) बनाया जा रहा है. दुनियाभर में बाघों की आबादी में लगातार आई कमी को देखते हुए 29 जुलाई (July 29) को यह दिन खासतौर पर चुना गया है. भारत के लिए ये दिन और भी खास है क्योंकि भारत में बाघों की 70 फीसदी आबादी (70 % of the tiger population) पाई जाती है. आइये आपको रूबरू करते हैं भारत के 5 मशहूर बाघों से.
मछली (रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान) : राजस्थान के रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (Ranthambore National Park) में बाघिन है इसे मछली कहा नाम से जाना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बाघिन के चेहरे के बाएं ओर मछली जैसी आकृति बनी हुई है.
कॉलरवाली (पेंच राष्ट्रीय उद्यान): ये पहली (Pench National Park) रेडियो कॉलर लगाने वाली पहली बाघिन थी इसलिए इसे कॉलरवाली कहा जाता है. इसने एक साथ 29 शावकों को जन्म दिया था.
बामेरा (बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान): ये बांधवगढ़ (Bandhavgarh National Park) में एकमात्र ऐसा टाइग़र है जिसने अपनी जागीर की रक्षा के लिए प्रतिद्वंदी से झगड़ा किया था. इनका स्वाभाव गुस्सैल होता है.
माया (ताडोबा-अंधारी टाइगर रिज़र्व): महाराष्ट्र के ताडोबा-अंधारी टाइगर रिज़र्व (Tadoba-Andhari Tiger Reserve) में स्थित माया सबसे गुस्सैल बाघिनों में जानी जाती है.
पारो (कॉर्बेट टाइगर रिजर्व): जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (Jim Corbett Tiger Reserve) में मौजूद पारो को 2013-2014 के आस-पास देखा गया था. इसने रामगंगा नदी के दोनों किनारों पर अपना शासन स्थापित करने के लिए दो बाघ कुलपतियों को खदेड़ दिया था.