GST On Ganga Jal: केंद्र की मोदी सरकार ने गंगा जल खरीदने पर 18 प्रतिशत GST लगाने का फैसला लिया था. अब विपक्षी पार्टियों ने इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सिर्फ हर तरफ से कमाना चाहती है. उन्होंने कहा कि 'भाजपा धर्म की बात करती है, लेकिन गंगाजल जैसे पवित्र जल में उन्होंने 18% GST लगाया है.'
इसके अलावा सीएम बघेल ने ट्विट कर लिखा, 'क्या श्रद्धालु पूजा-पाठ न करें? क्योंकि केंद्र की भाजपा सरकार की मंशा तो ऐसी ही लग रही है.' अब नकली रामभक्त, सनातन संस्कृति के महिमा मंडन का ढोंग करने वाले और गौमाता की रक्षा के नाम पर आतंक फैलाने वालों का चेहरा बेनकाब हो गया है.'
सीएम बघेल ने गंगाजल पर जीएसटी लगाने के निर्णय को पीएम मोदी से वापस लेने की अपील की है.
बता दें कि गंगाजल पर 18 फीसदी जीएसटी लगाने के बाद अब लोगों को 30 रुपये में मिलने वाली 250 मिलीलीटर की बोतल के लिए 35 रुपये चुकाने होंगे.
गंगाजल ऑनलाइन मंगाने पर एक बोतल 125 रुपये की पड़ेगी. बता दें कि भारतीय डाक विभाग की वेबसाइट से अगर आप गंगाजल खरीदते हैं तो स्पीड पोस्ट चार्ज के साथ गंगोत्री के गंगाजल की 250 एमएल की एक बोतल 125 रुपये, दो बोतल 210 रुपये और चार बोतल 345 रुपये में मिलेगी. ऑर्डर करने पर डाकिये घर तक पहुंचाएंगे.
आपको बता दें कि केंद्र सरकार की गंगाजल आपके द्वार योजना 2016 में शुरू हुई थी. इसका उद्देश्य लोगों को आसानी से गंगाजल उपलब्ध कराना और डाकघरों की आय बढ़ाना था. शुरुआत में ऋषिकेश और गंगोत्री से आने वाली 200 और 500 मिलीलीटर गंगाजल की कीमत 28 और 38 रुपये थी.
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इस समय डाक विभाग गंगोत्री के गंगाजल की 250 एमएल की बोतल उपलब्ध करा रहा है, जिसकी कीमत 30 रुपये थी. 18 प्रतिशत जीएसटी लगने के बाद अब इसकी कीमत 35 रुपये हो गई है. डाक विभाग के अधिकारियों के अनुसार, परिमंडल देहरादून से आदेश जारी होने के बाद गंगाजल बढ़े हुए दामों के साथ उपलब्ध कराया जा रहा है.